श्रीकृष्ण
कन्हैया जन्मे
त्रिभुवन हरषे
पुष्प बरसे।
त्रिभुवन हरषे
पुष्प बरसे।
भादौं की रात,
कृष्ण-पक्ष अष्टमी,
रोहिणीचाल।
कृष्ण-पक्ष अष्टमी,
रोहिणीचाल।
घिरा तिमिर,
बादलों की घुमड़,
चाप चमक।
बादलों की घुमड़,
चाप चमक।
कारावास में,
यशोदा-वसुदेव,
जन्मे अशेष।
यशोदा-वसुदेव,
जन्मे अशेष।
सूप में डार,
वसुदेव बेहाल,
भागे जमुना।
वसुदेव बेहाल,
भागे जमुना।
जमुना हँसें,
उमड़ी हवै पड़ें,
चरण छुवैं।
उमड़ी हवै पड़ें,
चरण छुवैं।
छत्र से बने,
फनिया शेषनाग,
प्रार्थना करें।
फनिया शेषनाग,
प्रार्थना करें।
हाल-बेहाल,
घबराये अपार,
पहुँचे द्वार।
घबराये अपार,
पहुँचे द्वार।
कन्हैया दै के,
योगमाया लै लीनी,
भागे मथुरा।
योगमाया लै लीनी,
भागे मथुरा।
कंस जगाए,
कारावास में आए,
कन्या थमाए।
कारावास में आए,
कन्या थमाए।
हाथ ना आई,
भविष्यवाणी सुना,
कन्या मुस्कायी|
भविष्यवाणी सुना,
कन्या मुस्कायी|
ओ! मूर्ख सुन
अवतार भुवन!
निमष गिन!
अवतार भुवन!
निमष गिन!
देवकी जन्मे,
यशोदा के लाड़ले,
गोप बने हैं।
यशोदा के लाड़ले,
गोप बने हैं।
धेनु चराईं,
यमुना तट जाई,
वंशी बजायी।
यमुना तट जाई,
वंशी बजायी।
दाऊ भइया,
तेरो पूत मइया,
कारो कन्हैया?
तेरो पूत मइया,
कारो कन्हैया?
माखन चोरी,
गोपियों की ठिठोली,
लीला ये तोरी।
गोपियों की ठिठोली,
लीला ये तोरी।
श्यामकिशोरी,
कुंजन में नहौरी,
यौं बरजोरी।
कुंजन में नहौरी,
यौं बरजोरी।
चाँदनी रात,
वृंदावन तड़ाग,
है महारास।
वृंदावन तड़ाग,
है महारास।
जाय मथुरा,
कंस लियो पछाड़,
प्रजा उद्धार।
कंस लियो पछाड़,
प्रजा उद्धार।
कृष्ण-मुरारि,
चितचोर कन्हैया,
मुरली धारी।
चितचोर कन्हैया,
मुरली धारी।
राक्षस खींच,
जरासंध विदारे,
द्वारिकाधीश|
जरासंध विदारे,
द्वारिकाधीश|
रुकमि रानी,
राजन बनमाली,
सोहें जू आली।
राजन बनमाली,
सोहें जू आली।
2 comments:
बहुत बढिया दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
अब यह ब्लॉग अपडेट क्यूँ नहिं हो रहा है?? :)
लिखना शुरु करें फिर से!!
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