Tuesday, April 18, 2006

काम कोई बुरा नहीं है

काम कोई बुरा नहीं है,
काम कोई बड़ा नहीं है,
काम किया है विवेक से,
समाज-कल्याण की भावना से,
काम किया है लगन से,
चमकाया है परिश्रम से,
तो फिर संदेह ना कर,
बस अपना काम कर।
परिणाम बुरा ना होगा,
तेरा अपमान ना होगा,
जीवन संवर जाएगा,
कष्ट के भंवर में
ना फंस पाएगा।
ना आएंगे बिरंगे भाव तुझमें,
ना सताएंगे संदेह मन में,
तू बलवान बन जाएगा,
जीवन की नाव को
किनारे तक तैराएगा।
बुरे वो हैं जो
कर्म से दूर भागें,
नहीं पता है उनको
वो कितने हैं अभागे !
ना जाने कब ?
नाव उनकी भंवर में फंस जाएगी,
हिचकोले लेगी और डूब जाएगी,
क्योंकि तैर तो वो नहीं पाएंगे,
पर अंतिम समय में
कर्म का भेद जान जाएंगे।

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