
ये हैं केबिन महाशय। ये साढ़े चार साल के हैं। इनके घर के पास ही रामलीला होती है। ये रोज शाम को अपने भाई और दोस्तों के साथ पार्क में खेलने जाते हैं। पार्क के बाहर ही दुकानें सजी हैं। बस रोज नए सामान आ जाते हैं। कल ये रुप सजाया गया।
© प्रेमलता (अव्यवसायिक-चिट्ठा)