Friday, January 12, 2007

आम जीवन...

(२)

इससे पहले वाली पोस्ट में जो लिखा था उसका आशय है कि कच्चे आँवले खाने से स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों में ही इज़ाफा होता है। कच्चे आँवले का कोई विकल्प नहीं है, परंतु हर समय और हर जगह कच्चे आँवले उपलब्ध ही हो जाएं यह भी संभव नहीं है तो फिर उनका लाभप्रदरूप में सेवन किस प्रकार किया जाए इसकी चर्चा करते हैं।
सर्वप्रथम तो हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि कच्चे-आँवलों को कभी भी प्रत्यक्ष अर्थात सीधे-सीधे धूप में या आग पर गर्म ना करें। आँवला सर्वाधिक नाज़ुक फल माना गया है। यहाँ तक कि धूप में सुखाने मात्र से ही इसकी पौष्टिकता समाप्त हो जाती है। इसलिए पहले समय में लोग आँवलों को छाया में या ढ़ककर सुखाते थे।
अब कच्चे और सूखे आँवलों के अन्य घरेलू फायदों की चर्चा करते हैः
- कच्चे आँवलों को काटकर गुठली निकाल लें, उसके टुकड़ों को अपनी आवश्यकतानुसार मात्रा में लेकर पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। ऐसा पेस्ट प्रतिदिन बालों में लगाने से महीने -डेढ़ महीने में बालों का रंग परिवर्तित हो जाएगा और प्रयोकर्ता फूले नहीं समाएँगे।
- इसी पेस्ट को बनाते समय उसमें ठीक आधी मात्रा में नीम की मुलायम पत्तियाँ भी पीस ली जाएं और उस पेस्ट को बालों में नियमित रुप से लगाया जाए और लगाकर लगभग डेढ़ या दो घंटे बाद सिर धोया जाए तो बालों में चमक तो आएगी ही रंग भी बदल जाएगा साथ ही साथ बालों की रुसी भी बिल्कुल समाप्त हो जाएगी, तो फिर मंहगे और रसायनों से बने बालों की सुरक्षा या सौंदर्य के प्रसाधनों की ज़रुरत महसूस होगी?

शेष फिर…

1 comment:

Udan Tashtari said...

अब सही हुआ. वरना तो हम यूँ ही परेशान थे कि ताजा आंवला खा खाकर तो आप लोग फिटफाट हो जाओगे और हम टपते रह जायेंगे. :)

बढ़ियां जानकारी है.

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